Tuesday, June 10, 2025
Homeराज्यछत्तीसगढ़विवादित मदर मेरी अस्पताल में प्रसव के बाद महिला की मौत, 2019...

विवादित मदर मेरी अस्पताल में प्रसव के बाद महिला की मौत, 2019 से हो चुका लाइसेंस निरस्त

कांकेर

कांकेर जिला मुख्यालय स्थित विवादित मदर मेरी अस्पताल से एक बार फिर बड़ा मामला सामने आया है. यहां बच्चे को जन्म देने के बाद एक प्रसूता की मौत हो गई है. प्रसूता के मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन और स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि अस्पताल का लाइसेंस वर्ष 2019 के बाद से नवीनीकृत ही नहीं हुआ है, बावजूद इसके यहां लगातार ऑपरेशन और इलाज किए जा रहे थे.

मृतिका के पति चंद्रकांत टांडिया ने बताया कि 31 मई को पत्नी को प्रसव पीड़ा के चलते अलबेलापारा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहां से हालत गंभीर बताकर बाहर रेफर कर दिया गया. समय की कमी के चलते परिजनों ने मदर मेरी अस्पताल में भर्ती कराया. जहां धमतरी से आई एक महिला चिकित्सक ने ऑपरेशन से डिलीवरी कराई. बच्चा तो सुरक्षित रहा, लेकिन महिला की हालत बिगड़ती चली गई.

परिजनों का आरोप है कि महिला की हालत बिगड़ने पर उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से बार-बार आग्रह किया, लेकिन इसके बावजूद महिला को रेफर नहीं किया गया. प्रबंधन ने आश्वस्त किया था कि प्रसूता यहीं ठीक हो जाएगी. अंततः 6 जून की रात 3:30 बजे महिला की मौत हो गई.

मृतिका के पति चंद्रकांत टांडिया ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मामले की जांच की मांग की है.

विवादों में रहा है मदर मेरी अस्पताल
यह पहला मौका नहीं है जब मदर मेरी अस्पताल विवादों में आया हो. वर्ष 2019 में नर्सिंग होम एक्ट के तहत आवश्यक दस्तावेज नहीं देने के कारण अस्पताल का लाइसेंस रिन्यू नहीं हुआ था. इसके बावजूद यहां अवैध रूप से ऑपरेशन किए जा रहे थे.

बीते वर्षों में अस्पताल को दो बार सील भी किया जा चुका है. एक बार माहूरबंद पारा के एक युवक के निधन के बाद पैसा न चुकाने पर शव नहीं सौंपा गया था. दूसरी बार विश्रामपुरी के एक नवजात की मौत के मामले में लापरवाही बरती गई थी.

फिर भी विभागीय मिलीभगत के चलते अस्पताल पुनः शुरू हो गया और अब फिर एक महिला की मौत ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिए हैं.

सीएमएचओ ने दिए जांच के निर्देश
मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ महेश साडिया ने बताया कि मदर मेरी अस्पताल का लाइसेंस 2019 से नवीनीकृत नहीं हुआ है. तो यह अस्पताल कैसे संचालित हो रहा था, इसकी जांच करवाई जाएगी.

कल स्वास्थ्य मंत्री का कांकेर दौरा
इधर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ श्याम बिहारी जायसवाल कल कांकेर दौरे पर रहेंगे. मंत्री जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा करेंगे. ऐसे में विभाग साफ-सफाई और अन्य व्यवस्थाओं में जुटा है, लेकिन जिला मुख्यालय में अवैध रूप से संचालित अस्पताल की ओर अब तक किसी का ध्यान नहीं गया है.

RELATED ARTICLES

हमसे जुड़ें

0FansLike
0FollowersFollow
0FollowersFollow
0SubscribersSubscribe